प्रयागराज: उत्तर मध्य रेलवे के अस्पतालों में मरीजों को घटिया भोजन परोसा जा रहा है। नार्थ सेंट्रल रेलवे इंप्लांईज संघ के महामंत्री आरपी सिंह ने आरोप लगाया कि मरीजों के लिए लागू कराई गई भोजन सुविधा बेपटरी हो गई है। भोजन इस कदर खराब है कि मरीज भी उसे लेने से इनकार करने लगे हैं। महामंत्री ने कहा कि अगस्त को विरोध माह के रूप में मनाया जाएगा। इस दौरान शाखा से लेकर डीआरएम दफ्तरों तक प्रदर्शन किया जाएगा।

नार्थ सेंट्रल रेलवे एम्पलाई संघ की 55 मी वर्किंग कमेटी मीटिंग के दौरान महामंत्री आरपी सिंह ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि प्रयागराज स्टेशन के पुनर्विकास के दौरान ट्रैफिक कालोनी को हटाने का प्रयास किया गया तो कर्मचारियों के परिजनों को लेकर प्रदर्शन किया जाएगा। कहा कि कानपुर के विद्युत लोको शेड को निजी हाथों में देने के फैसले का हर स्तर पर विरोध होगा।
आरोप लगाया कि नान सेफ्टी कैटेगरी के 50 फ़ीसदी रिक्त पदों को सरेंडर करने की घोषणा, झांसी वर्कशॉप में कर्मचारियों को इंसेंटिव न देने के लिए सीडब्ल्यूएम द्वारा मनमाने ढंग से प्रत्येक कार्य में लगने वाले समय में कटौती करने और लंबित मांगों पर निर्णय करना करने से कर्मचारियों में आक्रोश है। सीडब्ल्यूएम झांसी वर्कशॉप पिछले कई वर्षों से एक ही पद पर एक ही स्थान पर डटे हैं। इसका विरोध किया जाएगा।
वर्किंग कमेटी की बैठक के दौरान ₹43600 से ऊपर वेतन पाने वालों को रात्रि भक्ता का भुगतान, एसएससी ग्रेड पे-4600 को 3 ग्रेड पे में अपग्रेड करने, 12 घंटे की ड्यूटी खत्म कर 8 घंटे की ड्यूटी, ट्रैक मेंटेनर को टेक्नीशियन कैडर के समान लेवल 6 तक प्रमोशन देने, केंद्रीय चिकित्सालय में फैले कुप्रबंधन को खत्म कर ओपीडी व भर्ती मरीजों को देय सुविधाएं और कैंसर, ह्रदय, लीवर एवं अन्य गंभीर बीमारी के मरीजों को इलाज के लिए रेफरल चिकित्सालय में रेफर करते समय मरीजों की पसंद पर ध्यान देने जैसे 12 मांगों को भी उठाया गया है।
बैठक में कार्यकारी अध्यक्ष बीजी गौतम, उपाध्यक्ष रामकुमार सिंह, मानसिंह, एसके मिश्रा, संयुक्त महासचिव अखिलेश सिंह, केके दधीच, चंदन कुमार सिंह, सहायक महासचिव अजय कांत शर्मा, आलोक सहगल, बीपीएस चंदेल, एसके सिंह, पीके सोनी और कोषाध्यक्ष दीपक गोयल आदि मौजूद रहे।