प्रयागराज: क्या आप रसोई में एलपीजी का इस्तेमाल करते हैं? यदि हां तो होने वाले हादसों के तौर-तरीकों और दुर्घटना होने पर मिलने वाले मुआवजे के बारे में भी जानकारी होनी चाहिए। कई बार यह जानकारी आपके पड़ोसियों के भी काम आ सकती है।
इंडियन ऑयल ने ग्राहक जागरूकता के लिए शुक्रवार को प्रयागराज में ग्राहक पंचायत का आयोजन किया। इसमें 14.5KG, 10KG के कंपोजिट सिलेंडर और 5KG वाला छोटा गैस सिलेंडर भी प्रदर्शित किया गया। नुक्कड नाटक के जरिए भी ग्राहकों को छोटे सिलेंडर की उपयोगिता समझाई गई।
इंडियन आयल कारपोरेशन लिमिटेड के उत्तर प्रदेश राज्य कार्यालय के महाप्रबंधक (एलपीजी) केएम ठाकुर ने बताया कि रसोई में एलपीजी लीकेज या सिलेंडर विस्फोट से होने वाले हादसों में यदि किसी की मौत होती है तो उसे ₹600000 का मुआवजा गैस वितरकों के जरिए दिये जाने का प्रावधान है। साथ ही यदि कोई इस हादसे में घायल होता है तो इलाज के लिए उसे ₹200000 तक दिया जाता है।
बताया कि सभी एलपीजी ग्राहक कंपनी की तरफ से बीमित किए गए हैं। गैस वितरकों और बीमा कंपनी के बीच इसके लिए समझौता हुआ है। हादसों की शिकायत मिलने पर उसकी जांच कराई जाती है। जांच में यदि एलपीजी में किसी भी कमी से हुए हादसे साबित होते हैं तो इन मुआवजा देने का प्रावधान है।
रसोई गैस की बढ़ी कीमतों पर उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मार्केट को जिम्मेदार ठहराया। एलपीजी ग्राहकों को सब्सिडी न मिलने की शिकायत पर महाप्रबंधक ने कहा कि सब्सिडी बंद नहीं की गई है। बल्कि इसकी धनराशि अब पहले जैसी नहीं रह गई है।
बताया कि रसोई गैस सिलेंडर खरीद के दौरान डिजिटल भुगतान की भी व्यवस्था है। प्रत्येक सिलेंडर की खरीद पर 15 रुपये का रिवार्ड प्वाइंट मिलता है। इस प्वाइंट को आईओसी के पेट्रोल पंप पर रिडीम कराकर तेल खरीद में छूट पाया जा सकता है।
ग्राहक पंचायत में एलपीजी डिस्ट्रीब्यूशन फेडरेशन के मंडल अध्यक्ष जीतेंद्र कुमार, महामंत्री मोहित मिश्रा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अजय सिंह, मंत्री सुरेंद्र जायसवाल, प्रवीण राय, जीतेंद्र सिंह, श्रीकृष्ण मिश्र, पंकज गुप्ता आदि के साथ ऑल इंडिया इंडियन डिस्ट्रीब्यूटर एसोसिएशन के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट केपी मिश्रा आज भी मौजूद रहे।