प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी बुलेट ट्रेन परियोजना के निदेशक सतीश अग्निहोत्री को भ्रष्टाचार के आरोप में बर्खास्त कर दिया है। उन पर पद के दुरुपयोग और निजी कंपनी के साथ सौदे करने का आरोप लगा है। रेलवे ने यह कदम लोकपाल द्वारा सीबीआई को जांच का आदेश देने के बाद उठाया है।
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार नेशनल हाई स्पीड रेल निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक सतीश अग्निहोत्री के खिलाफ लोकपाल से की गई शिकायत में कई आरोप लगाए गए हैं। इन आरोपों में आधिकारिक पद का दुरुपयोग और अनधिकृत तरीके से एक निजी कंपनी में पैसे को डायवर्ट करना भी शामिल है।
अधिकारियों के खिलाफ शिकायत उनके ही एक बैचमेट ने की थी। लोकपाल अदालत के आदेश के बाद अग्निहोत्री को बर्खास्त करने का निर्णय रेलवे ने लिया।
कहा गया है कि सतीश अग्निहोत्री द्वारा रेल विकास निगम लिमिटेड के सीएमडी के तौर पर अपने 9 साल के कार्यकाल के दौरान एक निजी कंपनी के साथ कथित तौर पर किए गए सौदे के मामले में लोकपाल सीबीआई को जांच करने का आदेश दिया है। लोकपाल अदालत ने सीबीआई से कहा है कि जांच कराए कि अग्निहोत्री के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के तहत अपराध का मामला बनता है? सीबीआई को छह महीने या 12 दिसंबर 2022से पहले लोकपाल कार्यालय को जांच रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है।