दिल्ली: भाजपा नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा की गिरफ्तारी पर शुक्रवार को दिल्ली से लेकर हरियाणा और पंजाब तक बवाल हो गया। बग्गा के पिता की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने अपहरण का मुकदमा दर्ज कर लिया। जानकारी के अनुसार हरियाणा पुलिस ने पंजाब पुलिस को रोककर बग्गा को मुक्त करा लिया है। भाजपा नेता अरुण यादव ने ट्वीट कर कहा कि बग्गा दिल्ली लौट रहे हैं। उधर, भाजपा कार्यकर्ताओं ने आम आदमी पार्टी के कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
मामले में दिल्ली में भाजपा नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा की वकील मोनिका अरोड़ा ने कहा कि पुलिस ने कोई प्रक्रिया फॉलो नहीं किया। बग्गा के पिता ने बताया कि लोगोंं से उन्हें और उनके परिवार के सदस्यों की जान को खतरा है इसलिए उन्हें पुलिस सुरक्षा चाहिए।
एएनआई के अनुसार भाजपा के तजिंदर बग्गा के पिता प्रीत पाल सिंह बग्गा की शिकायत पर जनकपुरी थाने में धारा 452, 365, 342, 392, 295 34 के तहत FIR दर्ज की गई, जिसमें उनके बेटे की गिरफ्तारी से पहले की घटनाओं पर तत्काल कार्रवाई की मांग की गई थी।
FIR में कहा गया है कि पुरुषों का एक समूह हथियार लेकर उनके घर में घुस आए और उन्होंने तजिंदर को पूछा और जब प्रीत पाल ने उनसे सवाल किया तो उन्होंने उसे थप्पड़ मार दिया। इसके बाद उन्होंने बग्गा और उसके परिवार की पिटाई कर दी।
FIR के अनुसार तजिंदर बग्गा ने उनसे से आग्रह किया कि वे उसे ले जाने से पहले पगड़ी पहनने दें, लेकिन उन्होंने उसे खींच लिया। प्रीत पाल का कहना है कि उसे शक है कि उसके बेटे को मार दिया जा सकता है और इसलिए उन्होंने अनुरोध किया कि उसकी जान बचाई जाए।
तजिंदर की मां कमलजीत कौर ने कहा कि सुबह पुलिस घर पर आई और वो तजिंदर को ले जाने लगे। तजिंदर के पापा ने जैसे ही वीडियो बनाना शुरू किया उन्होंने उनको मारा और फोन छीन लिया ताकि वो वीडियो नहीं बना सके। तजिंदर को पगड़ी भी नहीं पहनने दिया, उन्होंने अपहरण के साथ-साथ हमारे धर्म का भी अपमान किया है।
कहा कि ये राजनीतिक बदले की भावना है क्योंकि तजिंदर RTI के माध्यम से मोहल्ला क्लीनिक, स्कूल और अस्पताल का खुलासा करता है इसलिए केजरीवाल को लगता है कि ये हमारा खुलासा करेंगे तो इनको रास्ते से हटाना पड़ेगा। जो भी इनके खिलाफ आवाज उठाता है ये उनको दबाने की कोशिश करते हैं।