प्रयागराज : विश्व एड्स दिवस पर गुरुवार को जिला एडस रोकथाम एंव नियंत्रण इकाई प्रयागराज की ओर से आयोजित एंव जनपद के NACP तथा RNTCP कर्मचारियों एंव छात्र-छात्राओं के सहयोग से एड्स पर जागरूकता रैली को डीएम ने हरी झंडी दिखाई। इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नानक सरन भी मौजूद रहे। वृहद स्तर पर आयोजित यह रैली सुभाष चौराहे से शुरू होकर बस अड्डा होते हुए सुभाष चौराहे पर समाप्त हुई। रैली में पोस्टरों पर जागरूकता स्लोगन के साथ नारे लगाते हुए छात्रों ने रैली में प्रतिभाग किया। इसके बाद नुक्कड़ नाटक का मंचन कर छात्रों ने लोगों को एचआईवी एड्स के संक्रमण के कारण बचाव व एड्स मरीजों के प्रति समाज की अहम ज़िम्मेदारी से जुड़े जागरूकता संदेश दिए।
जिला अधिकारी संजय कुमार खत्री ने एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. रोहित पाण्डेय से जनपद में एड्स रोकथाम के प्रयासों की जानकारी ली व उनके कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि “जागरूकता के अभाव के कारण एचआईवी एड्स से संक्रमित मरीज समाज और परिवार की उपेक्षा शिकार होता है। एड्स रोगी की उपेक्षा करना व उससे दूर रहना कतई ठीक नहीं है। हमारा संवेदनशील व्यवहार किसी पीड़ित की बीमारी से लड़ने की हिम्मत बढ़ा सकता है। अन्य की तरह एड्स मरीज के साथ भी समान व्यवहार करें। छात्र-छात्राओं की जागरूकता से हर घर जागरूक होगा। इससे हम एड्स के प्रति लोगों को जागरूक कर स्वस्थ एवं जागरूक समाज की सफल परिकल्पना कर सकते हैं।“
डॉ. नानक सरन ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि “वर्ष 2022 में विश्व एड्स दिवस की थीम एक्युलाइज यानी समानता निर्धारित की गई है। इसके अंतर्गत समाज में फैली हुई असमानताओं को दूर करने की दिशा में कार्य किया जाना है। भ्रांतियों को छोडकर हमें यह समझना होगा की एच.आई.वी. एड्स संक्रमित व्यकक्ति के साथ सामान्यू संबंधो से जैसे कि हाथ मिलाने, एक साथ खाना खाने, एक ही घडे का पानी पीने, एक ही बिस्तयर के प्रयोग से व एक ही कमरे अथवा घर में रहने, एक शौचालय, स्नाानघर के प्रयोग व बच्चोंइ के साथ खेलने से यह रोग नहीं फैलता है। यह ठंड या फ्लू की तरह हवा के माध्यम से भी नहीं फैलता है।“
डॉ. रोहित पाण्डेय ने बताया कि “प्रदेश सरकार के समनव्य से जनपद का स्वास्थ्य महकमा एचआईवी/एड्स उन्मूलन की दिशा में लगातार कठिन प्रयास कर रहा है। आधुनिक चिकित्सा की वजह से एचआईवी से पीड़ित लोगों का सामान्य जीवन जीना काफी हद तक संभव हो गया है। अगर एचआईवी के साथ आपको टीबी, इन्फेक्शन और कैंसर जैसे रोग नहीं है, तो आप सामान्य उपचार के साथ बेहतर जीवन जी सकते हैं। जिले में 2022-23 में अप्रैल से आठ महीनों में लगभग 475 एचआईवी के मामले सामने आ चुके हैं। विगत तीन वर्ष में लगभग 1796 एचआईवी के केस सामने आये हैं। 2019-20 में 774, 2020-21 में 407, 2021-22 में 615 एड्स पीड़ित मिले हैं। उन्होंने बताया कि एचआईवी से पीडित मरीजो का इलाज़ जनपद के एआरटी सेंटर से चल रहा है।“
रैली में जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ॰ अमृत लाल व किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर स्वामी कल्याणी नंद गिरि, कौशल्यानंद गिरि, डीपीसी सैमसन उपस्थित रहे। कर्मा नर्सिंग कालेज दाँदूपुर के सौजन्य से नुक्कड़ नाटक एवं संघोष्ठी का आयोजन किया गया। साथ ही रैली में 6 यूपी गर्ल्स बटालियन की छात्राएँ, यूनाइटेड यूनिवर्सिटी, सेंट एंथोनि गर्ल्स इंटर कालेज, जगत तरण डिग्री कालेज, जेपी मैमोरियल नर्सिंग (जारी), मदर टेरेसा नर्सिंग कालेज के छात्र एवं छात्राओं एवं शिक्षकों एवं यूपीएनपी, वाईआरजी, गंगा फाउंडेशन, लोक सेवा स्मृति संस्थान के सदस्यों ने प्रतिभाग किया।